
बड़ी सोच वाला
एक बार एक लड़का एक खिलौने बचने वाले के पास खड़ा था।
तभी बहाँ एक कार आकर रूकती है, उसमे से एक आदमी निकलता है।
वो खिलौने खरीदता है और कार में बैठ जाता है।
तभी उस आदमी का ध्यान खिलौने वाले के पास खड़े उस लड़के के पास जाता है।
वह लड़का उसकी कार को बहुत गौर से देख रहा था,
तभी आदमी उसे अपने पास बुलाता है और कार में बैठने के लिए बोलता है।
लड़का जल्दी से कार में बैठ जाता है।
आदमी कहता है तुम इस कार को इतनी गौर से क्यों देख रहे थे ?
क्या ये तुम्हे बहुत अच्छी लग रही है ?
लड़का हाँ ! बहुत अच्छी लग रही है।
आदमी- तो तुम्हे आगे तक ले चले, इसमे बैठ कर चलोगे।
लड़का खुसी से- हां साहब ले चलिए।
चलने के बाद आदमी ने कहा- तुम को एक बात बताऊ ये गाड़ी मुझे मेरे बड़े भाई ने गिफ्ट की है।
लड़के ने खुसीें से मुस्कुराते हुए सर हिलाया।
आदमी ने कहा- मैं समझ रहा हूँ कि तुम क्या सोच रहे होगे।
लड़के ने कहा- बताइये साहब।
आदमी– तुम ये सोच रहे होगे कि काश तुम्हारा भी कोई अमीर बड़ा भाई होता जो तुम्हे कार गिफ्ट करता।
लड़के ने कहा- नहीं साहब!
मैं ये सोच रहा था कि काश मैं एक अमीर आदमी होता जो अपने छोटे भाई को कार गिफ्ट करता।
सीख – हमेशा बड़ा सोचना चाहिए। किसी के पैरों में गिरकर कामयाबी पाने के बदले अपने पैरों पर चलकर कुछ बनने की ठान लो।
Written By: Prem Kumar
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